गोरखपुर । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) गोरक्ष प्रांत की गोरखपुर महानगर इकाई ने शुक्रवार को मशाल यात्रा निकालकर श्रीराम स्वरूप मेमोरियल विश्वविद्यालय, बाराबंकी में हो रहे शैक्षिक भ्रष्टाचार और शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे कार्यकर्ताओं पर हुए बर्बर पुलिसिया लाठीचार्ज का विरोध किया।
मशाल यात्रा प्रांत कार्यालय से शुरू होकर विभिन्न मार्गों से होते हुए गोलघर पहुंची और वहीं से वापस कार्यालय पर समाप्त हुई। यात्रा के दौरान परिषद कार्यकर्ताओं ने सरकार को 24 घंटे का अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी कि यदि दोषियों पर कार्रवाई नहीं हुई और मांगे पूरी नहीं की गईं तो आंदोलन प्रदेशव्यापी और उग्र रूप लेगा।
अभाविप की प्रमुख मांगे
विधि छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के लिए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों और बाहरी गुंडों पर कठोरतम कार्रवाई हो तथा यह स्पष्ट किया जाए कि लाठीचार्ज का आदेश किसने दिया।
बिना अनुमति चल रहे विधि पाठ्यक्रम की उच्च स्तरीय जांच कर दोषी विश्वविद्यालय अधिकारियों को दंडित किया जाए और विश्वविद्यालय को तत्काल बंद किया जाए।
SRM विश्वविद्यालय द्वारा सरकारी भूमि पर कब्जा व अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाने की कार्रवाई हो।
अवैध फीस वसूली, सामाजिक कल्याण शुल्क और छात्रों के मनमाने निष्कासन की जांच कर रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए।
अभाविप नेताओं का बयान
अभाविप प्रांत मंत्री मयंक राय ने कहा कि छात्रों पर हुआ लाठीचार्ज लोकतंत्र पर कलंक है। शिक्षा माफियाओं और प्रशासन की मिलीभगत से शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे कार्यकर्ताओं पर हमला कराया गया, जो विद्यार्थियों की आवाज़ को दबाने की नाकाम कोशिश है। उन्होंने कहा कि दोषियों पर यदि 48 घंटे में कठोर कार्रवाई नहीं हुई तो प्रदेशव्यापी उग्र आंदोलन छेड़ा जाएगा।
अभाविप महानगर मंत्री अभिषेक मौर्या ने कहा कि छात्रों पर उठी हर लाठी, देश के भविष्य पर प्रहार है। श्रीराम स्वरूप विश्वविद्यालय प्रकरण किसी भी संवेदनशील समाज को झकझोर देने वाला है। परिषद छात्रों की सुरक्षा और सम्मान के लिए हर हद तक संघर्ष करेगी।
मशाल यात्रा में मौजूद कार्यकर्ता
ऋषभ सिंह, सौम्या गुप्ता, सम्पदा द्विवेदी, ओंकार मिश्र, अर्पित कसौधन, आलोक गुप्ता, दिव्यांश, हर्षित मालवीय, शुभम गोविंद राव, प्रशांत त्रिपाठी, आर्यन, आयुष्मान, आराध्या सहित अनेक कार्यकर्ता मशाल यात्रा में शामिल रहे।

Alok Kumar Srivastava serves as the Chief Editor of Prabhat Darshan, a Hindi-language news outlet. He is credited as the author of articles covering political affairs, social issues, and regional developments.