नई दिल्ली।’ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) चीफ मोहन भागवत ने अमेरिका के भारत पर बढ़ाए टैरिफ और H-1B वीजा फीस पर कहा, ‘भारत को इस स्थिति से बाहर निकलने के लिए जो भी जरूरी हो करना चाहिए, लेकिन हम आंख मूंदकर आगे नहीं बढ़ सकते।’
उन्होंने कहा- भारत और अन्य देशों के सामने आज जो समस्याएं हैं, वे पिछले 2 हजार सालों से अपनाई गई उस व्यवस्था का नतीजा हैं, जो विकास और सुख की खंडित दृष्टि पर आधारित रही है। इसलिए हमें अपनी राह खुद तय करनी होगी।
सिरफिरे पति का खौफनाक हमला, ससुराल में घुसकर पत्नी का गला रेता
RSS चीफ ने कहा कि हम इन हालात से निकलने का रास्ता ढूंढ लेंगे, लेकिन भविष्य में कभी न कभी हमें फिर ऐसे ही हालात का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि इस खंडित दृष्टि में हमेशा ‘मैं और बाकी दुनिया’ या ‘हम और वे’ की सोच रहती है।
उन्होंने कहा कि भारत को भविष्य में ऐसी समस्याओं से बचने के लिए विकास और प्रगति के सनातन दृष्टिकोण का पालन करते हुए अपना रास्ता खुद बनाना शुरू करना होगा। भागवत ने यह बात रविवार को दिल्ली में एक बुक लॉन्च कार्यक्रम में कहीं।