समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केंद्र की भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोला है। उन्होंने भाजपा को “धोखेबाज पार्टी” बताते हुए आरोप लगाया कि वह पिछले एक दशक से जनता को गुमराह कर रही है। अखिलेश यादव ने भाजपा सरकार के अर्थव्यवस्था से जुड़े दावों पर भी सवाल उठाए और कहा कि सरकार सिर्फ कागजी आंकड़ों और विज्ञापनों से लोगों को भ्रमित कर रही है।
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आर्थिक मोर्चे पर सरकार को घेरा
अखिलेश यादव ने सरकार की आर्थिक नीतियों पर तीखे सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “सरकार 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का सपना दिखा रही है, लेकिन जमीन पर हकीकत कुछ और है। किसान परेशान हैं, नौजवान बेरोजगार हैं और महंगाई आसमान छू रही है। देश का शेयर बाजार भी लड़खड़ा रहा है, विदेशी निवेशक पैसा निकाल रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा कि नोटबंदी और जीएसटी जैसे फैसलों ने देश के छोटे कारोबारियों और उद्योगों को बुरी तरह प्रभावित किया है।
‘जनता का भरोसा खो चुकी है भाजपा’
अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार ने संविधान को कमजोर किया है, जनता पर अन्याय किया है और महंगाई, बेरोजगारी व भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने लोगों को इस्तेमाल कर के बर्बाद कर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था को पूरी तरह चौपट कर दिया है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा ने अब जनता का भरोसा खो दिया है और जनता समाजवादी पार्टी की नीतियों पर भरोसा जता रही है। उन्होंने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनावों में भाजपा की हार ने यह साबित कर दिया है कि जनता अब उनके जुमलों से थक चुकी है।
‘जुगाड़ आयोग’ का आरोप
अखिलेश यादव ने चुनाव आयोग पर भी निष्पक्ष भूमिका से भटकने का आरोप लगाया और उसे “जुगाड़ आयोग” बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा वोटर लिस्ट से नाम काट रही है और चुनाव जीतने के लिए हर हथकंडा अपना रही है। उन्होंने लोगों से अपने वोट के अधिकार को समझने और भाजपा को सत्ता से बाहर करने का आह्वान किया।