दिल्ली: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का आवास (6, फ्लैग स्टाफ रोड) अब एक राज्य अतिथि गृह (State Guest House) में बदलने की तैयारी चल रही है। दिल्ली सरकार ने इस टाइप-VIII बंगले को सार्वजनिक उपयोग के लिए खोलने का प्रस्ताव तैयार किया है। यह वही बंगला है जो पिछले 9 सालों से केजरीवाल का आधिकारिक निवास था और जिसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने ₹45 करोड़ की लागत से बने ‘शीशमहल’ के तौर पर चुनावी मुद्दा बनाया था।
Leaked Documents : ताइवान पर ‘एयरबोर्न’ हमले की तैयारी: रूस ने चीन को दिए घातक पैराशूटिंग सिस्टम
गेस्ट हाउस बनाने की योजना
दिल्ली सरकार के अधिकारियों के अनुसार, इस बंगले को स्टेट गेस्ट हाउस के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा जहाँ:
- सरकारी कार्यक्रम और बैठकें आयोजित की जा सकेंगी।
- सरकारी कार्य से दिल्ली आने वाले अधिकारी और मंत्री ठहर सकेंगे (भुगतान के आधार पर)।
- यहां एक फूड आउटलेट या कैंटीन भी खोली जाएगी, जो आम जनता के लिए भी खुली रहेगी।
- इस कदम को दिल्ली में गणमान्य व्यक्तियों के ठहरने के लिए एक व्यवस्थित स्टेट गेस्ट हाउस की कमी को पूरा करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
’45 करोड़ के शीशमहल’ पर था विवाद
यह बंगला, सिविल लाइन्स इलाके में स्थित है, जिसके नवीनीकरण पर हुए खर्च को लेकर बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा हुआ था। भाजपा और अन्य विपक्षी दलों ने आरोप लगाया था कि केजरीवाल ने कोविड-19 महामारी के दौरान दिल्ली के सरकारी खजाने से ₹45 करोड़ से अधिक खर्च करके अपने बंगले का भव्य नवीनीकरण कराया, जिसे उन्होंने ‘शीशमहल’ नाम दिया था।
पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे और आवास खाली करने के बाद, अब दिल्ली की नई सरकार ने इस विवादित संपत्ति को सार्वजनिक उपयोग में लाने का फैसला किया है। इस योजना को अंतिम मंजूरी मिलना बाकी है।