पुणे, महाराष्ट्र: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ नेता अजित पवार एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें वह फोन पर एक महिला आईपीएस अधिकारी को कथित तौर पर धमकाते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस घटना के बाद, विपक्षी दलों ने अजित पवार पर निशाना साधा है, जबकि सहयोगी दल के नेता रामदास अठावले ने उनका बचाव किया है।
भाजपा धोखेबाज पार्टी है, जनता को एक दशक से छल रही: अखिलेश यादव
क्या है वायरल वीडियो में? वायरल वीडियो में, अजित पवार एक सार्वजनिक कार्यक्रम में मंच पर बैठे हुए हैं। वह अपने मोबाइल फोन पर किसी से बात कर रहे हैं। वीडियो में उन्हें गुस्से में यह कहते हुए सुना जा रहा है, “आपको क्या लगता है? क्या आप मंत्री बन गई हैं? आप अभी भी अधिकारी हैं।” इसके बाद वह गुस्से में कुछ और भी कहते हैं। हालांकि, यह साफ नहीं है कि वह किस अधिकारी से और किस मुद्दे पर बात कर रहे थे।
रामदास अठावले ने किया बचाव: इस घटना के बाद, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (A) के अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने अजित पवार का बचाव किया। अठावले ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “डिप्टी सीएम को यह नहीं पता था कि वह एक महिला आईपीएस अधिकारी हैं। उन्हें लगा कि वह कोई सामान्य व्यक्ति है। बाद में जब उन्हें पता चला तो उन्होंने अपनी गलती मानी।” अठावले ने यह भी कहा कि अजित पवार हमेशा अधिकारियों का सम्मान करते हैं और इस घटना को ज्यादा तूल नहीं देना चाहिए।
विपक्षी दलों ने साधा निशाना: दूसरी ओर, विपक्षी दल इस मामले को लेकर अजित पवार को घेर रहे हैं। कांग्रेस और उद्धव गुट की शिवसेना ने इस घटना को “अहंकार” और “अधिकारी वर्ग पर दबाव” का उदाहरण बताया है। उनका कहना है कि एक उपमुख्यमंत्री को इस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, खासकर एक महिला अधिकारी के प्रति।
पुलिस अधिकारी की पहचान और इस मामले से जुड़े अन्य पहलुओं पर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। इस घटना से महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया विवाद खड़ा हो गया है।