नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने गुरुवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात की। करीब 1 घंटे तक चली बैठक में रूस-यूक्रेन युद्ध सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई। वहीं, बैठक में सबसे ज्यादा दोनों देशों के बीच व्यापार पर चर्चा हुई। हाल ही में ट्रंप ने भारत को रूस से कच्चे तेल न खरीदने की धमकी दी है।
भारत-रूस के संबंध पर क्या बोले जयशंकर?
जयशंकर ने सर्गेई लावरोव के साथ संयुक्त मीडिया ब्रीफिंग में कहा, “हमारा मानना है कि भारत और रूस के बीच संबंध द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दुनिया के सबसे प्रमुख संबंधों में से एक रहे हैं। उन्होंने कहा, “भू-राजनीतिक अभिसरण, नेतृत्व संपर्क और लोकप्रिय भावना इसके प्रमुख चालक बने रहेंगे।”
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इससे पहले जयशंकर ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि रूस से तेल खरीदने को लेकर अमेरिका की धमकी समझ के परे है।
जयशंकर रूस की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं, जिसके दौरान उन्होंने व्यापार, आर्थिक, वैज्ञानिक, तकनीकी और सांस्कृतिक सहयोग पर भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग (आईआरआईजीसी-टीईसी) के 26वें सत्र की सह-अध्यक्षता की।