पटना: बिहार सरकार अब शहरों को साफ-सुथरा और स्वच्छ बनाने के लिए पूरी तरह से जुट गई है। हाल ही में एक समारोह में बोलते हुए बिहार के नगर विकास एवं आवास मंत्री ने अपने विभाग की प्रमुख उपलब्धियां गिनाईं और भविष्य की योजनाओं का खुलासा किया। उन्होंने दावा किया कि आने वाले समय में बिहार के शहरों से कूड़े के ढेर पूरी तरह से गायब हो जाएंगे।
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मंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत राज्य में ठोस कचरा प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शहरों में डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण प्रणाली को प्रभावी ढंग से लागू किया गया है। इसके तहत, हर घर से सूखा और गीला कचरा अलग-अलग इकट्ठा किया जा रहा है। इससे कचरे के निपटान और रीसाइक्लिंग में मदद मिल रही है।
इसके अलावा, मंत्री ने बताया कि कई शहरों में कचरा प्रसंस्करण इकाइयां स्थापित की गई हैं, जहां कचरे से खाद और बिजली बनाने का काम किया जा रहा है। इससे न केवल कचरे का वैज्ञानिक तरीके से निपटान हो रहा है, बल्कि इससे आय भी हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार ने स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए कई अभियान भी चलाए हैं, जिसका सकारात्मक असर दिख रहा है।
मंत्री ने बिहार में बन रहे नए शहरी मास्टर प्लान की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इन प्लान्स में शहरों के भविष्य के विकास के साथ-साथ स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण को भी प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे सरकार की इन पहलों में सहयोग करें और अपने शहर को स्वच्छ बनाने में मदद करें।
मंत्री के अनुसार, इन प्रयासों से बिहार के शहरी क्षेत्रों में जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा और राज्य एक स्वच्छ और सुंदर प्रदेश के रूप में अपनी पहचान बनाएगा।