लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज (8 सितंबर, 2025) यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) द्वारा चयनित 3000 से अधिक कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने पिछली सरकारों, खासकर समाजवादी पार्टी (सपा), पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि पहले की सरकारें युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ करती थीं और भर्तियों में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दिया जाता था।
खड़गे का सवाल- क्या चुनाव आयोग भाजपा का ऑफिस बना:वोटर फ्रॉड की जानकारी रोकी
भर्तियों में ईमानदारी और पारदर्शिता:
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “हमारी सरकार ने पिछले साढ़े सात साल में साढ़े सात लाख युवाओं को सरकारी नौकरी दी है। यह सब बिना किसी सिफारिश या लेन-देन के किया गया है। हमारी सरकार ने पारदर्शी और निष्पक्ष तरीके से भर्तियां की हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “पहले ‘एक परिवार’ के लोग पैसा लेकर भर्ती करते थे। जब मैं मुख्यमंत्री बना तो मैंने पाया कि भर्तियों में कई तरह की धांधली होती थी, लेकिन हमने इसे पूरी तरह से खत्म किया।”
सपा पर सीधा हमला:
योगी आदित्यनाथ ने बिना नाम लिए समाजवादी पार्टी पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में भर्ती आयोग बेमानी हो गए थे, और भ्रष्टाचार चरम पर था। युवाओं को नौकरियों के लिए रिश्वत देनी पड़ती थी।
“आज जो युवा यहां मौजूद हैं, आप सभी को पता है कि आपको अपनी योग्यता के आधार पर यह नौकरी मिली है। किसी को किसी भी तरह की सिफारिश या पैसा नहीं देना पड़ा। हमारी सरकार ने युवाओं के सपनों को साकार करने का काम किया है।”
युवाओं को मिली प्रेरणा:
इस कार्यक्रम में मौजूद हजारों युवाओं को मुख्यमंत्री ने संबोधित किया और उन्हें ईमानदारी और मेहनत से काम करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि वे सरकार का हिस्सा बन गए हैं और उन्हें जनता की सेवा करनी है।
इस कार्यक्रम के जरिए मुख्यमंत्री ने अपनी सरकार की पारदर्शिता और रोजगार देने की नीति को उजागर करने की कोशिश की, वहीं पिछली सरकारों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाकर आगामी चुनावों के लिए भी एक सियासी माहौल बनाने का प्रयास किया।