नई दिल्ली। उत्तर भारत में बारिश और आपदाओं ने कहर बरपा दिया है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल, पंजाब, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में लगातार हो रही बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। कई जगहों पर बादल फटने और भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं, वहीं कई जिलों में बाढ़ ने तबाही मचा दी है।
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🔹 जम्मू-कश्मीर : रियासी जिले के बदर गांव में शनिवार सुबह भूस्खलन हुआ। मलबे से अब तक 7 शव बरामद किए गए हैं, जबकि कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। वहीं रामबन के राजगढ़ में बादल फटने से 3 लोगों की मौत हो गई और 2 लोग लापता हैं। यहां रेस्क्यू और सर्च ऑपरेशन जारी है। कटरा में भारी बारिश के चलते वैष्णो देवी यात्रा पिछले 5 दिनों से रुकी हुई है। इससे पहले 26 अगस्त को यात्रा मार्ग पर भूस्खलन में 34 लोगों की मौत हो चुकी है।
🔹 हिमाचल प्रदेश : मंडी के गोहर में शुक्रवार देर रात बादल फटा, जिससे नांडी पंचायत के नसेंणी नाले में कई गाड़ियां बह गईं। शिमला के जतोग कैंट में भूस्खलन हुआ और सेना की रिहायशी बिल्डिंगों को खाली कराना पड़ा।
🔹 पंजाब : अमृतसर और पठानकोट समेत 8 जिलों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। 250 से ज्यादा गांवों में 5 से 15 फीट तक पानी भरा है। अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है और 3 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
🔹 उत्तराखंड : चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी और बागेश्वर जिलों में बादल फटने की घटनाएं हुईं। हादसे में 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 11 लोग अब भी लापता हैं। बागेश्वर के कपकोट इलाके में कई घरों को नुकसान पहुंचा है।
🔹 उत्तर प्रदेश : राज्य के 18 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। यहां अब तक 774 मकान बारिश और बाढ़ में ढह चुके हैं। वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ने से सभी 84 घाटों का आपसी संपर्क टूट गया है।
🔹 महाराष्ट्र : लातूर और नांदेड़ में भारी बारिश से 50 सड़कें और पुल डूब गए हैं। आवागमन बुरी तरह प्रभावित हुआ है।