नई दिल्ली।  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय चीन की यात्रा पर हैं। चीन में हो रहे शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) पर पूरी दुनिया की नजरें टिकी हुई हैं। आज चीन के तियानजिन में पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन और चीनी राष्ट्रपति चिनफिंग से मुलाकात की।

दरअसल, जहां एक ओर एक तरफ दुनिया उथल-पुथल से जूझ रही है, तो वहीं दूसरी तरफ डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ बम समेत कुछ बेतुके फैसलों ने ना-उम्मीदी का माहौल पैदा कर दिया है।

पीएम मोदी ने एससीओ का असली अर्थ समझाया

अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने एससीओ की नई परिभाषा दी। उन्होंने कहा कि भारत ने एससीओ के सदस्य के रूप में बहुत सकारात्मक भूमिका निभाई है। एससीओ के लिए भारत का दृष्टिकोण और नीति तीन महत्वपूर्ण स्तंभों पर आधारित है।

चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग परिषद (एससीओ) के सदस्यों के सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत पिछले चार दशकों से आतंकवाद का दंश झेल रहा है। हाल ही में, हमने पहलगाम में आतंकवाद का सबसे बुरा रूप देखा। मैं इस दुख की घड़ी में हमारे साथ खड़े होने वाले मित्र देश के प्रति आभार व्यक्त करता हूं।

पीएम मोदी ने एससीओ बैठक को किया संबोधित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग परिषद (एससीओ) के सदस्यों के सत्र को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि मुझे एससीओ शिखर सम्मेलन में भाग लेकर खुशी हो रही है। मैं राष्ट्रपति शी जिनपिंग को हमारे भव्य स्वागत के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं। आज उज़्बेकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस है, मैं उन्हें भी बधाई देता हूं।

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चीन के राष्ट्रपति ने दिया उद्घाटन भाषण

तियानजिन में एससीओ सदस्य सत्र में अपने उद्घाटन भाषण में, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा कि 24 साल पहले, जब इसकी स्थापना हुई थी, तभी से एससीओ ने शंघाई भावना की स्थापना की थी, जो पारस्परिक विश्वास, पारस्परिक लाभ, समानता, परामर्श, सभ्यताओं की विविधता के प्रति सम्मान और साझा विकास की खोज पर आधारित है।

उन्होंने आगे कहा कि हम अपने सीमावर्ती क्षेत्रों में सैन्य विश्वास-निर्माण तंत्र स्थापित करने वाले पहले देश थे, जिसने हमारी विस्तृत सीमाओं को मित्रता, पारस्परिक विश्वास और सहयोग के बंधन में बदल दिया। हम आतंकवाद, अलगाववाद और उग्रवाद की तीन शक्तियों के विरुद्ध बहुपक्षीय कार्रवाई करने वाले पहले देश थे। हमने कानून प्रवर्तन और सुरक्षा सहयोग को लगातार बढ़ावा दिया।

चीनी राष्ट्रपति ने किया बड़ा एलान

एससीओ शिखर सम्मेलन की शुरुआत के साथ चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने बड़ा एलान किया। चीनी राष्ट्रपति ने इस साल शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइजेशन (SCO) के सदस्य देशों को 281 मिलियन अमेरिकी डॉलर की ग्रांट देने की घोषणा की। माना जा रहा है कि ये मदद सदस्य देशों की आर्थिक और विकास संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए होगी।

पीएम मोदी कर रहे संबोधित

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग परिषद (एससीओ) शिखर सम्मेलन स्थल पर पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ भी खुलकर बातचीत की। पीएम एससीओ नेताओं को संबोधित कर रहे हैं।

तीन नेता एक साथ मंच पर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीन के राष्ट्रपति चिनफिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतन एससीओ के मंच पर एक साथ नजर आए। तीनों नेताओं ने गर्मजोशी के साथ आपस में मुलाकात की। तीनों देशों के बीच ट्रायो डिप्लोमेसी देखने को मिली।

पुतिन से मिले पीएम मोदी

रविवार को चीन के तियानजिन शहर में पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति के द्विपक्षीय वार्ता हुई थी। इसी कड़ी में आज यानी सोमवार को पीएम मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात की है।

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Alok Kumar Srivastava
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