Israel Iran War: अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु संयंत्रों पर बमबारी की है। अमेरिका की ओर से ईरान पर किए गए हमलों के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को कहा था कि अमेरिकी हमलों ने ईरान के तीन परमाणु संवर्धन संयंत्रों को “पूरी तरह से नष्ट कर दिया” है। हालांकि, सैटेलाइट तस्वीरों से अभी तक इस दावे की पुष्टि नहीं हुई है। परमाणु स्थलों को काफी नुकसान जरूर दिखाई दे रहा है, फिर भी कुछ हिस्से ऐसे हैं जो सुरक्षित हैं। अमेरिकी हमलों का ईरान भूमिगत परमाणु प्रतिष्ठानों पर कितना प्रभाव पड़ा है, इस बारे में अनिश्चितता बनी हुई है।

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फोर्डो न्यूक्लियर साइट का ऐसा है हाल

फोर्डो न्यूक्लियर साइट तेहरान के दक्षिण में स्थित है जिसे पहाड़ों के बीच बनाया गया है। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी हमले के बाद प्लांट की सैटेलाइट तस्वीरों में गड्ढे, ढही हुई सुरंग के प्रवेश द्वार और पहाड़ की चोटी पर छेद दिखाई दे रहे हैं। हालांकि, भूमिगत यूरेनियम संवर्धन कार्य के लिए वेंटिलेशन को नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली इमारत को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।

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नतांज परमाणु संयंत्र को लेकर क्या है स्थिति?

नतांज परमाणु संयंत्र को हुए नुकसान का भी अभी पूरी तरह से आकलन नहीं किया गया है, हालांकि उपग्रह चित्रों में लगभग 5.5 मीटर व्यास का एक नया गड्ढा दिखाई दे रहा है। यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि संयंत्र में 40 मीटर नीचे दबी भूमिगत साइट, जिसमें 8 मीटर मोटी कंक्रीट और स्टील की परत है, को नुकसान पहुंचा है या नहीं।

इस्फहान में हुआ व्यापक नुकसान

सैटेलाइट तस्वीरों के अनुसार, इस्फहान परमाणु स्थल को सबसे अधिक और व्यापक नुकसान पहुंचा है। यह परमाणु संयंत्र तेहरान से लगभग 450 किलोमीटर दूर स्थित है। अमेरिकी वायु सेना के जनरल डैन केन के अनुसार, हमलों के दौरान ईरान में हुए नुकसान का आकलन करने में कुछ समय लगेगा। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी भी ईरान में हुए पूरे नुकसान का आकलन करने की कोशिश कर रही है।

ईरान ने पहले ही कर दिया था खेल?

इस बीच माना जा रहा है कि ईरान ने अमेरिका की ओर से किए गए हमलों से पहले ही फोर्डो परमाणु संयंत्र से हथियार-ग्रेड यूरेनियम का भंडार हटा दिया था। अमेरिकी हमले से कुछ दिन पहले साइट की सैटेलाइट तस्वीरों से इस तरह के संकेत मिले भी हैं। सैटेलाइट तस्वीरों न्यूक्लियर साइट के प्रवेश द्वार के बाहर वाहनों की एक लंबी कतार देखी गई जिसे सामान्य गतिविधि नहीं कहा जा सकता है। इसके अलावा, दो ईरानी अधिकारियों ने न्यूयॉर्क टाइम्स को यह भी बताया है कि ईरान ने अमेरिकी हमलों की आशंका में 400 किलोग्राम यूरेनियम को संयंत्र से बाहर निकाल लिया था।

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Alok Kumar Srivastava
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