गरियाबंद। देवभोग के इतिहास में पहली बार भाजपा के किसी प्रदेश स्तरीय कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे नेता को रोक दिया गया। विधानसभा स्तरीय आत्मनिर्भर भारत सम्मेलन में प्रदेश संगठन महामंत्री पवन साय सहित अन्य दिग्गज नेताओं के सामने जिला संगठन की नियुक्तियों में विसंगतियों को उजागर करने की तैयारी थी।
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सम्मेलन शुरू होने से पहले ही भाजपा नेता चमार सिंह पात्र को नजरबंद कर दिया गया। इस घटना की जानकारी मिलते ही माली समाज ने विरोध जताया, जिससे अंततः उन्हें नजरबंदी से मुक्त किया गया।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह घटना क्षेत्रीय राजनीतिक तनाव और संगठनात्मक विवाद को उजागर करती है। स्थानीय नेताओं और समाज के बीच यह मामले गंभीर चर्चा का विषय बना हुआ है।