लखनऊ, 18 सितंबर 2025: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए देश की जनता से बड़ा आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि “अगर देश को बचाना है, संविधान को बचाना है और लोकतंत्र को मजबूत करना है, तो जनता को भाजपा को सत्ता से बाहर करना होगा।”
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अखिलेश यादव एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे, जहां उन्होंने केंद्र सरकार पर तानाशाही, महंगाई, बेरोजगारी और संस्थानों के दुरुपयोग जैसे कई गंभीर आरोप लगाए।
अखिलेश यादव के मुख्य आरोप:
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संविधान खतरे में: अखिलेश ने कहा कि भाजपा सरकार संविधान की आत्मा को कुचल रही है।
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लोकतंत्र कमजोर: उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा विपक्ष की आवाज़ दबा रही है और लोकतांत्रिक संस्थानों का दुरुपयोग कर रही है।
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जनता परेशान: महंगाई, बेरोजगारी और कृषि संकट को लेकर भी उन्होंने सरकार को घेरा।
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ईडी और CBI के जरिए विपक्ष को डराया जा रहा है: उन्होंने कहा कि भाजपा सिर्फ एजेंसियों के दम पर सत्ता में बनी रहना चाहती है।
“2024 का जनादेश चुराया गया था”
अखिलेश यादव ने एक बार फिर 2024 के आम चुनाव को लेकर विवादास्पद टिप्पणी करते हुए कहा,
“देश की जनता ने बदलाव के लिए वोट दिया था, लेकिन नतीजे कुछ और ही निकले। अब 2029 में हम एकजुट होकर भाजपा को जवाब देंगे।”
विपक्षी एकता की भी अपील
अखिलेश ने विपक्षी दलों से भी अपील की कि वे निजी स्वार्थ छोड़कर देशहित में एकजुट हों। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी हर मोर्चे पर भाजपा का मुकाबला करने के लिए तैयार है I यह बयान ऐसे समय में आया है जब देश में विपक्ष एक बार फिर केंद्र की नीतियों को लेकर लामबंद हो रहा है। अब देखना होगा कि अखिलेश यादव की यह अपील जनता और अन्य दलों को कितनी प्रभावित करती है।