नई दिल्ली। संघ प्रचारक से प्रधानमंत्री पद तक का सफर तय करने वाले नरेंद्र मोदी का सार्वजनिक जीवन बेहद लंबा और विविधताओं से भरा हुआ है। आमतौर पर उनकी छवि एक सख्त-अनुशासित प्रशासक और संवेदनशील राजनेता के रूप में सामने आती है, लेकिन उनके व्यक्तित्व के कुछ ऐसे पहलू भी हैं, जिनसे सामान्य लोग अनजान हैं।
संघर्ष से संवेदनशीलता तक
मोदी के संघर्ष भरे जीवन में ऐसे कई अध्याय हैं, जो उनके मानवीय और भावनात्मक पक्ष को उजागर करते हैं। राजनीति के मंचों पर उनकी तेजतर्रार भाषा और व्यंग्यपूर्ण बाण जितने तीखे होते हैं, उतनी ही गहराई उनकी काव्य धारा और लेखन शैली में दिखाई देती है।
कवि के रूप में मोदी
प्रधानमंत्री मोदी की कविताओं और लेखन में उनके भीतर का सृजनशील और संवेदनशील व्यक्तित्व झलकता है। ‘देश नहीं झुकने दूंगा’ और ‘यही समय है, सही समय है’ जैसे संकल्प उनके विचारों को संक्षिप्त लेकिन सशक्त रूप में अभिव्यक्त करते हैं।
राजनीतिक व्यक्तित्व से अलग छवि
यह पहलू बताता है कि मोदी केवल एक कठोर प्रशासक या रणनीतिकार ही नहीं, बल्कि एक ऐसे इंसान भी हैं, जिनकी सोच में संवेदनशीलता, भावनाओं की गहराई और राष्ट्र के प्रति अटूट निष्ठा रची-बसी है।